संदीप नाम के प्रॉपराइटर में 30.6.17 को अपना बिज़नेस बंद कर दिया और बचे हुए स्टॉक को अपने भाई विष्णु को बेच दिया और उसके नाम के PAN नंबर डाल कर 30.6.17 को बिल बना दिया और उसका VAT भी जमा करा दिया और retun भी file करके फर्म बंद करदी और कोई डिमांड भी बकाया नहीं है ।
अब प्रश्न यह है की विष्णु ने उसी premises में GST का रजिस्ट्रेशन पुरानी फर्म के नाम से कराकर proprietorship फर्म अपने नाम के 1-7-17 को बिज़नेस शुरू कर दिया और 30.6.17 को उसके द्वारा ख़रीदे गये माल को TRAN 1 में show कर दिया क्योंकि माल ख़रीद का बिल 30-6-17 को था और उसका GST में रजिस्ट्रेशन 1-7-17
से था ।
अब legal तरीक़े से उसको इनपुट मिलना चाहिये या नहीं कारण सहित जानना चाहते है ।
Please suggest legally ,A case is pending against my client.