जोधपुर. सूर्यनगरी के घनु माहेश्वरी ने महज 18 वर्ष की उम्र में चार्टर्ड एकाउंटेंट की परीक्षा पास कर ली है। नियमानुसार वह फिलहाल तीन वर्ष तक प्रैक्टिस नहीं कर पाएगा। फिर भी उसके मन में इस बात का मलाल नहीं है। वह 30 वर्ष की उम्र तक टेनिस के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहता है। घनु के पिता ओपी माहेश्वरी खुद सीए हैं और फिलहाल द इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की रीजनल काउंसिल के सदस्य हैं।
कैसे बना सीए
घनु की प्रतिभा को देखते हुए उसके पिता ने उसे छठी से सीधे 10वीं की परीक्षा दिलवाई थी। इसमें वह प्रथम श्रेणी से पास हुआ था।सीनियर हायर सेकंडरी स्कूल से 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद 2007 में घनु ने सीपीटी पास किया और निर्धारित चार वर्षो में सीए की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली।
फीस की बजाय टीचर की क्वालिटी पर जोर : घनु का कहना है कि स्कूल अच्छा या बुरा फीस से नहीं, टीचर की क्वालिटी से होता है। उसे न केवल परिजनों का, बल्कि उसकी स्कूल के शिक्षकों का भी भरपूर सहयोग मिला। उसका कहना है कि मां गायत्री, दादा परसराम व दादी बसंती देवी ने ही उसमें आत्मविश्वास जगाया। अपने भाई रोहित व बहन डॉ. भावना को वह अपना सबसे बड़ा सहयोगी मानता है।