जनाब,
मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की,
मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की
हम आईना ज़मीं पर रखकर आसमां कुचल दिया करते हैं ।
CA Devanand Jethanandani (CA) (8003 Points)
05 August 2014जनाब,
मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की,
मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की
हम आईना ज़मीं पर रखकर आसमां कुचल दिया करते हैं ।
Vandana J Doshi
(Practising Company Secretary)
(12562 Points)
Replied 06 August 2014