एक बस का ऐक्सिडन्ट हो गया!
बंता (चिल्लाते हुए): ओह! मेरा हाथ कट गया!
संता: चुप रहो, उस आदमी को देखो, उसका गला कट गया है वो फिर भी चिल्ला नहीं रहा!
Ankit Jain (Article (Final)) (110 Points)
21 October 2010
एक बस का ऐक्सिडन्ट हो गया!
बंता (चिल्लाते हुए): ओह! मेरा हाथ कट गया!
संता: चुप रहो, उस आदमी को देखो, उसका गला कट गया है वो फिर भी चिल्ला नहीं रहा!
Ankit Jain
(Article (Final))
(110 Points)
Replied 21 October 2010
बंता: तुम्हारी सबसे बड़ी ताकत क्या है?
संता: मेरी पत्नी!
बंता: तुम्हारी सबसे बड़ी कमजोरी क्या है?
संता: दूसरों की पत्नी!
Ankit Jain
(Article (Final))
(110 Points)
Replied 21 October 2010
साधू: कुछ दान करो बेटा?
संता ने जेब से पाँच रूपये निकाल कर दे दिए!
साधू (खुश होकर): मांग बेटा क्या मांगता है?
संता: बाबाजी, मेरे पाँच रूपये वापिस दे दो!
Ankit Jain
(Article (Final))
(110 Points)
Replied 21 October 2010
संता: इस आइने की क्या गारंटी है?
दुकानदार: आप इसको 100 मंज़िल से नीचे गिराओ, यह आइना 99 मंजिल तक नहीं टूटेगा!
संता: वाह बहुत बढ़िया, पैक कर दो!
Vivek Himalaya
(Student)
(160 Points)
Replied 22 October 2010
Thanks ankit
good jokes................................