Rainy days.....

@sh jais (live the life otherwise life leaves u.....)   (1539 Points)

19 June 2013  

Bachpan ki yaadain....

 

रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई। 

भीग रहे हैं पेड़ों के तन,
भीग रहे हैं आँगन उपवन,
हरियाली सबके मन भाई।
रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।।

मेंढक टर्र-टर्र चिल्लाते,
झींगुर मस्ती में हैं गाते,
आमों की बहार ले आई।
रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।।

आसमान में बिजली कड़की,
डर से सहमें लडका-लड़की,
बन्दर जी की शामत आई।
रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।।

कहीं छाँव है, कहीं धूप है,
इन्द्रधनुष कितना अनूप है,
धरती ने है प्यास बुझाई।
रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।।

विद्यालय भी तो जाना है,
होम-वर्क भी जँचवाना है,
मुन्नी छाता लेकर आयी।
रिम-झिम, रिम-झिम वर्षा आई।।
 
 
In our childhood we read such poem and keep waiting for rainy days...
 
But today seeind the situation of North India...
 
One remarkable poem come into ma mind...for Indian Govt.
modified one..
 
Rain, Rain,
Go away;
Come again,
another day;
Indian Govt wants to play...