Gujri hui zindgi ko kabhi yaad mat kar...

CA Devanand Jethanandani (CA) (8003 Points)

09 May 2014  

"गुजरी हुई जिंदगी को
कभी याद न कर,

 

तकदीर मे जो लिखा है
उसकी फर्याद न कर...

 

जो होगा वो होकर रहेगा,

 

तु कलकी फिकर मे
अपनी आज की हसी बर्बाद न कर...

 

हंस मरते हुये भी गाता है
 

और
 

मोर नाचते हुये भी रोता है....

 

ये जिंदगी का फंडा है बॉस

दुखो वाली रात
निंद नही आती
 

और
 

खुशी वाली रात
.कौन सोता है...

 

 

Nice Line....
इन्सान कहेता हे की पैसा आये तो

 

में कुछ करके दिखाऊ,
 

और
 

पैसा कहेता हे की तू कुछ करके दिखा तो में आऊ ।।