जितनी देर आदमी हंसता है उतनी देर
उसके मन में मैल नहीं रहता। उतनी देर
उसका कोई शत्रु नहीं रहता।
ईर्ष्या ,द्वेष, घृणा के भाव नहीं रहते।
Aj ka vichar
Jyoti Malik (ACCOUNTANT) (2644 Points)
30 March 2013Jyoti Malik (ACCOUNTANT) (2644 Points)
30 March 2013
जितनी देर आदमी हंसता है उतनी देर
उसके मन में मैल नहीं रहता। उतनी देर
उसका कोई शत्रु नहीं रहता।
ईर्ष्या ,द्वेष, घृणा के भाव नहीं रहते।