2010- Indian's Horoscope :-)

PRAVEEN KUMAR (MBA (Finance) B.Com.(P))   (3443 Points)

11 January 2010  

 2010 में भारत के लोगों का भविष्यफल इस प्रकार रहेगा -

मेष

कैश जेब में कम ही बचेगा, क्योंकि इस साल अरहर दो सौ रुपये किलो और टमाटर तीन सौ रुपये के दस ग्राम मिलेंगे।



वृष

आपको पूरे साल तमाम आइटमों के भाव मरखने बैल की तरह दिखाई देंगे। इसे लेकर परेशान ना हों। मौत और महंगाई से देशवासी बच नहीं सकते। मौत आलू के भाव सुनकर होगी या टमाटर के, यह बाद में ही पता लगेगा।



मिथुन

अगर आप चक्रवर्ती नहीं हैं, तो यह साल आपके लिए खासा टेंशन वाला होगा। कई थानों की पुलिस ने एकदम ईमानदार होने का फैसला किया है। ईमानदार पुलिसवाले सिर्फ प्रेमियों से वसूली करते हैं, बाकियों से नहीं। सो इस साल रकम के विरह के लिए तैयार रहें।



कर्क

इस राशि का मालिक चंद्रमा है। इस साल आपको दिन में भी चंद्रमा-तारे दिखाई देखें। मतलब आप बाजार में जब भी आटे और चावल के भाव पूछेंगे, आपको चंदा-तारे दिखाई पड़ने लग जाएंगे। यह भी हो सकता है कि घर से जब आप निकलें और आटे के भाव अमावस्या के चंद्रमा की तरह कमजोर हों, पर रास्ते में ही भाव बढ़कर पूर्णिमा के चंद्रमा की तरफ विकसित हो सकते हैं।



सिंह

भारत में रहकर कोई सिंह नहीं बना रह सकता नेताओं, पूंजीपतियों, पुलिसवालों और प्रेसवालों को छोड़कर। बड़े-बड़े सिंह अपने बच्चों के स्कूल ऐडमिशन के टाइम बकरी हो जाते हैं। सिंहत्व जो थोड़ा-बहुत बचा रह जाए, तो वह ब्लूलाइन बसों में चलकर घिस जाता है। इसलिए भारत में रहते हुए सिंह होने की इच्छा ना करें।



कन्या

कन्याओं के लिए यह मुल्क 2009 में भी सेफ नहीं थी और 2010 में भी सेफ नहीं रहेगा।



तुला

आपके लिए तुला यानी तराजू में रखे आलुओं, गोभियों की मात्रा लगातार कम होती जाएगी। वर्ष 2009 में जितनी रकम में आप एक किलो आलू ले आते थे, 2010 तक उसके भाव यहां तक पहुंच जाएंगे कि उतनी रकम में तराजू में दस ग्राम आलू ही चढ़ पाएंगे। तुला आपको 2010 में बहुत डराएगी।



वृश्चिक

आप चाहे जिस भी राशि के हों, पर बाजार में जाकर आपको वृश्चिकत्व का ही तजुर्बा होगा। वृश्चिक यानी बिच्छू ने आपको काट खाया है, आपको बार-बार ऐसा लगेगा, जब आप बाजार जाकर गोभी-मटर के भाव सुनेंगे। वृश्चिकत्व से बचने का एकमात्र रास्ता यह है कि 2010 में आप खाना खाना छोड़ दें। हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट ने आपके लिए यह धांसू उपाय सजेस्ट किया है।



धनु

इस राशि के लोग धनुष-बाण चलाना सीख लें, आत्मरक्षा में वह काम आ सकता है। देश की पुलिस 2010 में बिजली चोरी, पानी चोरी के मामलों में ही बिजी रहने वाली है। चोरी-चकारी निपटाने के लिए आपको धनुर्धारी होना पड़ेगा।



मकर

आपकी हालत भी धनु वालों जैसी ही होने वाली है। दरअसल दिल्ली में मकर या धेनु, सबकी गति एक-सी रहती है। सबकी पिटाई एक जैसी होती है।



कुंभ

कुंभ यानी घड़ा बनिए। चिकने घड़े पर कोई असर नहीं होता। जमकर बॉस की मक्खनबाजी कीजिए, कोई कुछ कहे, तो चिकने घड़े की तरह बिहैव कीजिए। इस दुनिया में चिकने घड़ों को कोई कष्ट नहीं होता। सारे कष्ट उन्हें ही होते हैं, जो चिकने घड़े नहीं हो पाते।



मीन

आई मीन, मीन यानी मछली अगर बनना ही पड़े तो बड़ी मछली बनिए। क्योंकि कहावत के अनुसार बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है।  मगरमच्छ बड़ी मछली को भी खा जाता है। कहने का मतलब यह है कि अगर बनना ही है, तो फिर बड़ी मछली नहीं, सीधे मगरमच्छ ही बनिए।